सोमवार, 13 मई 2013


भारत के समाचारपत्रों के पंजीयक (आर.एन.आई) की ओर से चार्टर्ट अकाउं र्ेंर् द्वारा ऱेखापरीऺा
ऱेखापरीऺा का उद्देश् य 
भारत के समाचारपत्रों के पंजीय क (आर.एन.आई) प्रकाशनों से प्रसार ऑ ंकडे
प्रकाशकों द्वारा आवधिक आिार पर जमा की जाने वाऱी ननिाटररत वार्षटक र्ववरणियों में
प्राप् त करते ह। उ् त प्रसार आंकडों का प्रयोग र्वभभन् न सरकारी र्वभागों द्वारा िकया जाता
है उदाहरिार्ट सरकारी र्वऻापनों के आबंर्न हेतुर्ी ए वी पी द्वारा तर्ा अखबारी कागज
इत यादि द के खरीद/आयात के भऱए कोर्ा के आबंर्न हेतुआर.एन.आई द्वारा िकया जाता है
ये र्ववरणियां/ररपोर्ट प्रकाशक के ऱेखा परीऺकों के चार्टर्ट अकाउं र्ेंर् द्वारा प्रमाणित होनी
चादि हए
अब आर.एन.आई सव यं उसके द्वारा ननयु्त िकए जाने वाऱे उनके अपने पैनऱब्
ऱेखा परीऺकों (अर्ाटत चार्टर्ट अकाउंर्ेंर् कंपननयों) द्वारा प्रस्तत िकए गए प्रसार आंकडों की ु
नमुना जांच करने के भऱए र्वचार कर रही है उ्त ऱेखा परीऺा का उद्देश् य प्रकाशनों
द्वारा उनकी र्ववरिी/ररपोर्ट में प्रस्तुत िकए गए प्रसार र्ार्ा/आंकडों की सत यता तर्ा
र्वशु्ता की पुन: जांच करना है
II कायट/ऱेखापरीऺा का ऺेत्र
प्रकाशकों द्वारा उपऱब् ि करवाए गए आंकडे की शु्ता एवं सतयता को सुनन्चितत करने
हेतु इन र्ववरणियों की जांच करते समय आर.एन.आई के पैनऱब् ऱेखापरीऺकों द्वारा
अपनाए जाने वाऱे कायट ऺेत्र की ूपरेखा संऺेप में ननम् नानुसार है ये केवऱ सुझाए गए
दि दशा ननदेश ह। तर्ा ऱेखापरीऺक प्रकाशक द्वारा रखे जाने वाऱे संबंधित आंकडे और
ररकार्ट की जांच कर सकते ह। प्रकाशक ऱेखापरीऺक का पूरा सहयोग देंगे पुन:
ऱेखापरीऺक ररकार्ट तर्ा आंकडों कर गोपनीयता बनाए रखेंगे और इन् हें िकसी भी अन् य
पऺ /व् यक्ति को नही देंगे
(क) मुद्रि की जाचं
प्रकाशक द्वारा अ्जतट मुद्रि के स्तर के मद्देनजर प्रकाशक (कों) की मूद्रि ऺमता
तर्ा/अर्वा प्रकाशन के मुद्रक की जाच की जानी चादि हए प्रकाशक के स् वाभमत व वाऱी मुद्रि सुर्विा
क) मुद्रि/दैननक प्रेस र्ववरि:
मद्रुि आदेश, ्जनमें प्रनत दि दन/अवधि के भऱए छपे संस् करि/शहर-वार कॉर्पयों की संख या
होती है, की जांच ऱेखा परीऺक द्वारा की जानी चादि हए इसके अनतरर् त, मांगपत्र इत यादि द
जैसे सहाय क दस् तावेज, ्जनके आिार पर प्रकाशक द्वारा मुद्रि आदेश तैयार िकए जाते
ह।, की जांच की जाएगी तर्ा कॉर्पयों की संख या में िकसी प्रकार की महत वपूिट भभन्नता
की जांच-पडताऱ की जाए तािक मुद्रि आदेश की सतयता स् र्ार्पत की जा स के ्जसके
आिार पर छपी कॉर्पयों की संख या वार्षटक र्ववरिी में उल ऱेख िकया जाता है
ख) मशीन ूम र्ववरिी:
मशीन ूम र्ववरिी/ररकार्ट ्जसमें र्प्रंदि र्ंग संबंिी ब् यलरा होता है, का रख-रखाव प्रकाशक
द्वारा िकया जाना चादि हए
ऱेखापरीऺक मूऱ मशीन ूम र्ववरिी/ररकार्ट तर्ा र्प्रंर् आदेशों की जांच करेगा (इन
दस् तावेजों पर प्रकाशन के िकसी ्जम् मेदार अधिकारी का हस् ताऺर होना चादि हए)
ग) वार्षकट र्ववरिी में दि दए गए र्ववरि दैननक र्प्रर्ं आदेश तर्ा प्रकाशक द्वारा रखे जाने
वाऱे एम आर आर के अनुूप होने चादि हए यदि द कोइट भभन्नता है तो उसकी जांच-पडताऱ
प्रकाशक से की जानी चादि हए और आवश् यकता पडने पर शु्ता आंकडे दि दए जाने हेतु
र्ववरिी में समायोजन िकया जाना चादि हए
बाहरी प्रेस में छपाई
जहां प्रकाशन की छपाई प्रकाशक के स् वाभमत व वाऱी प्रेस से न होकर बाहर की प्रेस से की
गई हो, उस ्स्र्नत मे छपाई गई कॉर्पयों की संख या को दशाटने वाऱा लबऱ तर्ा प्रकाशक
द्वारा अनुरक्षऺत प्रनत फामट दर की जांच ऱेखापरीऺक द्वारा की जानी चादि हए
जहां र्प्रंदि र्ंग प्रेस एक संबंधित संस् र्ा है, अर्वा कं पनी है, उस ्स्र्नत में ऐसे प्रकाशकों
द्वारा अनुरक्षऺत र्प्रदि ंर्ग ररकार्ट की जांच ऱेखापरीऺक द्वारा की जानी चादि हए ंऱेखापरीऺक कं पनी द्वारा क्तर्स् पैच की गई कॉर्पयों की वास् तर्वक जांच प्रेस के दलरे के
समय क्तर्स् पैच चाऱानों,ट्ांसपोर्टस जी आर एन इत यादि द के सार् करनी चादि हए ऐसे मामऱे
में जहां कॉर्पयों को सडक तर्ा जहां कॉर्पयों को रेऱमागट, वायुमागट एवं पोस्र् पासटऱ
इत यादि द के माय यम से भेजा जाता है वहां ऐसे क्तर्स् पैच के सहायक साष् य की जांच र्प्रंदि र्ंग
प्रेस के प्रात:काऱीन दलरे की जानी चादि हए
इसके अनतरर् त, प्रेस के दलरे के दि दन एम आर पी ओ के अनुसार छापी गई प्रनतयों की
संख या का भमऱान क्तर्स् पैच की गई प्रनतयां तर्ा के न् द्र पर प्राप् त प्रनतयों की जांच के न् द्र का
दलरा िकए जाने चादि हए तर्ा एजेंर्ों द्वारा फे रीवाऱों/उप एजेंर्ों इतयादि द को िकए जा र हे
वास् तर्वक र्वतरि की भी जांच की जानी चादि हए र्वक्रय की गई प्रनतयों अर्वा दि दए गए
कमीशन की प्रनतशतता में कोई भी भभन् नता होने की ररपोर्ट की जाए यदि द कोई प्रनतयां
बेची गई हों ्जसका कोई मुलय न भऱया गया हो की जांच-पडताऱ की जानी चादि हए
जहां कॉर्पयां प्रकाशक द्वारा एकमात्र/मूऱ एजेंर् के माययम/मूऱ एजेंर् के माय यम से बेची
जाती ह। वहां एजेंर् के र्वतरि के न् द्र का दलरा िकया जाना चादि हए तर्ा ऱेखापरीऺक ऐसे
ऐजेंर्ो के र्वतरि संबंिी ररकार्ट का सत यापन कर सकता है
ऐसे ऐजेंर् जो प्रकाशक की कुऱ आपूनतट का 10 प्रनतशत से अधिक बशतेिक कम से कम
15000 प्रनतयां बेचते ह।, को उस उद्देश् य के भऱए मूऱ/एकमात्र एजेंर् समझा जाए
(ग) अखबारी कागज की खपत
अखबारी कागज की प्रानि
अखबारी कागज की खरीद/प्रानि का सत यापन इनवाईस, ट्ांसपोर्टर जी आर एन,
क्तर्ऱीवरी/क्तर्स् पैच दस् तावेजों, पैिकंग सूची, बक। र्ववरिी तर्ा आपूनतकताट इत या ट दि द के
पत्राचार के संदभट में ऱेखापरीऺक द्वारा िकया जाए आवश् यकता पडने पर, ऱेखापरीऺक
अखबारी कागज आपूनतकट ताट से सीिी पुर्ि प्राप्त कर सकते ह।
यदि द अखबारी कागज के आयात के भऱए प्रकाशन को पात्रता प्रमाि पत्र जारी कर दि दया
गया ह। तो तत संबंिी वाउचर/लबऱ तर्ा मूऱ रसीद की जांच की जानी चादि हए तर्ा खरीदी
गई मात्रा का भमऱान खपत के सार् िकया जाना चादि हए ररकार्ट की र्वश् वसनीयता को सुनन्चितत करने के भऱए प्रकाशक के कायाटऱय के दलरे के
समय अखबारी कागज के स् र्ॉक की वास् तर्वक जांच की जानी चादि हए
वास् तर्वक मुदि द्रत प्रनतयों की तुऱना में अखबारी कागज की खपत को सुनन्चितत करने के
भऱए मुदि द्रत प्रनतयों के संदभट में अखबारी कागज तर्ा अन्य पेपर की ख पत के सार् प्रानि
का भमऱान िकया जाना चादि हए
बाहरी प्रेस से प्राप् त र्प्रंर् आर्टर, मशीन ूम र्ववरिी, स् र्ॉक र्जस् र्र तर्ा/अर्वा
आवधिक अखबारी कागज की खपत संबंिी र्ववरणियों के संदभ्र्रऻ में अखबारी कागज
की खपत की जांच
अखबारी कागज की खपत तर्ा बबाटदी के संदभट में अखबारी कागज के स् र्ॉक का
मात्रात मक ररकार्ट, प्रानि रसीद तर्ा जारी रसीद की मुद्रि तर्ा की गई खपत के भऱए
जारी अखबारी कागज के भमऱान को सरऱ बनाने के भऱए जांच करना
(घ) एजेंर्/ग्राहकों के माय यम से बेची गई प्रनतयां
एजेंर्/ग्राहकों के माय यम से बेची गई प्रनतयों की जांच ननम् न प्रकार की जांच की जानी
चादि हए:-
एजेंर् को बेची गई प्रनतयों की जांच ऐजेंर् लबऱ/र्वक्रय पंजीका, रेऱमागट/सडक/वायु-
मागट/पोस् र्र्ट/क्तर्ऱीवरी बुक आदि द के सार् की जानी चादि हए
एजेंर् से प्राप् त बची हुई प्रनतयों की जांच प्रकाशक द्वारा जारी क्रेक्तर्र् नोर् के सार्
की जानी चादि हए इसके अनतरर् त, बेचने के बाद बची प्रनतयों को सुनन्चितत करने के
भऱए एजेंर् का ऱेखा प्राप् त िकया जाना चादि हए तािक बेची गई प्रनतयों के काऱम में इसे
शाभमऱ न िकया जाए
ननयभमत ग्राहकों के माय यम से बेची गई प्रनतयों की जांच ग्राह क र्जस् र्र, अंक-
पु्स्तका तर्ा क्तर्ऱीवरी बुक इतयादि द से की जानी चादि हए िक ग्राहक-वार तर्ा क्तर्स् पैच
संबंिी र्ववरि की जांच हो सके प्रकाशक द्वारा आर.एन.आई में तमा करवाई गई र्ववरिी में प्रनत प्रकाशन दि दवस
में बेची गई प्रनतयों की औसत संख या दशाटई जानी चादि हए बेची गई प्रनतयों का तात पयट
यहां ऐसी प्रनतयों से है जहां भुगतान दो महीने के भीतर प्राप्त हुआ हो यदि द दो महीने
के भीतर ऐजेंर् से भुगतान प्राप्त नहीं होता है तो ऐसी प्रनतयों का ऱाभ वा स् तर्वक
भूगतान प्राप्त होने के उपरांत आने वाऱी अविी में ऱे सकता है इसके अनतरर् त
ऑक्तर्र् बय ूरो ऑफ सकुटऱेशन द्वारा तैयार की गई नेर् पेर् सेलस की अविारिा प्रकाशक
द्वारा जमा करवाई गई बेची गई प्रनतयों के ऑकं डों पर ऱागूिकया जाना चादि हए
एजेंर् की प्रनतयों की लबभऱ ंग सामान् यत: कमीशन कार्ने के बाद शु् राभश पर की
जाती है ऐसे मामऱों को सुनन्चितत करने के भऱए लबभऱंग की जांच की जानी चादि हए जहां
अनुमत राभश अनुधचत प्रतीत होती है तर्ा ्जससे प्रदतत प्रनतयों की महत ता घर्ती है
40 प्रनतशत से अधिक कमीशन पर बेची गई प्रनतयों को बेची गई प्रनतयों में शाभमऱ नहीं
िकया जाएगा
(ड) अन् य र्वत तीय कार्ट
प्रकाशन के मुद्रि,र्वतरि तर्ा लबक्री इत यादि द से संबंधित र्वर् य तर्ा अन् य
ररकार्ट की समीऺा ऱेखा परीऺक द्वारा की जाएगी
च) ररपोर्ट/ननष् कषट:
उपरो् त के अनुसार, प्रकाशन के मुद्रि, र्वतरि तर्ा पररचाऱन ररकार्ट के
सत यापन के आिार पर ऱेखा परीऺक अवऱोकन की सत यता के मद्देनजर इस ननष् कषट पर
पहुंच सकते ह। िक ् या प्रकाशकों द्वारा भारतीय ररजवट बक। को प्रस्तुत र्ववरिी में यर्ा
उ्लऱणखत प्रसार संबंिी आंकडे सही ह। अर्वा नहीं मुद्र ि, र्वतरि एवं प्रसार इत यादि द के
संबंि में जहां भी ्भ्र्न्नता अर्वा अननयभमतता पाई जाती है, ऱेखापरीऺक प्र काशक द्वारा
उनकी र्ववरिी में दि दए प्रसार आंकडो का समायोजन करे तर्ा ऱेखापरीऺक द्वारा र्ववरिी
का संशोिन कर हस् ताऺर करके र्ववरिी के सार् आर.एन.आई का भेज दि दया जाएगा
ऱेखा परीऺा योजनाआर.एन.आई ऱेखा परीऺक को प्राधिकरि पत्र के सार् ननयुक्ति पत्र जारी करेगी अर्वा
संबंधित प्र काशक अपने प्रेस र्वतरि के न् द्र तर्ा कायाटऱय का दलरा करने के भऱए
प्राधिकृत करेगा ननयुक्ति पत्र के अनुसार समयावधि का उलऱेख होगा ्जसके दलरान
ऱेखापरीऺ पूरी कर ररपोर्ट जमा करनी है, सािारितया इसके भऱए 4-6 सप् ताह का समय
दि दया जाता है और इस ननयूक्ति पत्र के आिार पर ऱेखापरीऺक प्रकाशक की मुद्रि प्रेस,
र्वतरि के न् द्र तर्ा कायाटऱय का आ क्स्मक दलरा कर िकसी भी समय ऱेखापरीऺा कर
सकता है प्रकाशक द्वारा छापे जाने वाऱी प्रनतयों की संख या को य यान में रखते हुए
ऱेखापरीऺक दऱ का गठन िकया जाएगा अर्ाटत यदि द प्रसार संख या 75000 से कम है जो
ऱेखा परीऺा दऱ में 2 सदस् य ( एक योग् यता प्राप् त/वररष् ठ सहायक तर्ा एक आदि र्टकऱ
्ऱकट और यदि द प्रसार संख या 75000 से अधिक है तो दऱ में सदस् य होंगे (एक योग् यता
प्राप् त/वररष् ठ सहायक तर्ा दो आदि र्टकऱ/प्रदत त सहायक) ए क पार्टनर/वररष् ठ परामशटदाता
जो िक मुदि द्रत प्रनतयों की संखया तर्ा खरीद-लबक्री की मात्रा के आिार पर एक अर्वा दो
दि दन प्रकाशन के कायाटऱय का दलरा करेंगें, द्वारा ऱेखा परीऺा की मॉनीर्ररंग कर उसे
अंनतम ुप दि दया जाएगा
ऱेखापरीऺा ररपोर्ट
प्रारंभ में ऱेखा परीऺा से उठने वाऱे ऱेखापरीऺा अवऱोकनों पर ऱेखापरीऺा को अंनतम
ूप देते समय कायाटऱय के दलरे पाट्टनर तर्ा प्रकाशक के बीच र्वचार-र्वमशट िकया
जाएगा इन र्वचार र्वमशो के आिार पर ऱेखापरीऺा ररपोर्ट के सार् ऱेखापरीऺक द्वारा
यर्ा हस् ताऺररत वार्षटक र्ववरिी को अंनतम ूप दि दया जाएगा तर्ा इसे, यदि द आवश् यकता
हुई तो, र्वचार र्वमशट के भऱए आर.एन.आई के संबंधित अधिकारी को भेज दि दया जाएगा
ऱेखा परीऺकों द्वारा िकए गए खच ेंकी प्रनतपनूत ट एवं उनका शलुक
(क) ऱेखापरीऺक को देय शलुक
ऱेखापरीऺक फमट को दि दया जाने वाऱा शुलक प्र काशक द्वारा मुदि द्रत प्रनतयों की संखया के
आिार पर उसी प्रकार दि दया जाता हैजैसे िक ऑक्तर्र् ब्यूरो ऑफ सकुटऱेशन (ए बी सी)
को उनके ऱेखापरीऺकों द्वारा आ क्स्मक/दबुारा जांच के भऱए दि दया जाता है
आ क्स्मक/ऱेखापरीऺा की दबुारा जांच के भऱए ए बी सी द्वारा ननिाटररत शुलक इस मानदंर् पर दि दया जाए गा िक प्रकाशक की ऱेखापरीऺि उनके अपने पैनऱब् ऱेखापरीऺक
द्वारा भी तय िकया जाएगा जो िक ए बी सी द्वारा तय िकए गए र्वस्तत ऱेखापरीऺा ृ
कायटक्रम के आिार पर आंकडों को प्रमाणित करेगा प्रकाशक ऱेखापरीऺा का शुलक ए बी
सी द्वारा ननिाटररत नहीं िकया जाता अर्पतु यह शूलक प्रकाशक तर्ा ऱखापरीऺकों िक
बीच तय िकया जाता है आक्स्मक/ऱेखापरीऺा की दबुारा महतवपूिट प्रिक्रयाओं को
अपनाया गया है तर्ा वे यह सुनन्चितत करते हुए अऱग से ररपोर्ट भी जारी करते ह। िक
ए बी सी द्वारा ननिाटररत सभी दि दशा ननदेश अपनाए गए ह। उपरो्त को य यान में रखते
हुए ऱेखापरीऺकों ने अभभवेदन िकया है ए बी सी के ननिाटररत शुलक को कम से कम
100 बढाया जाना चादि हए जैसा िक नीचे वणिटत है ् योंिक आर.एन.आई के पास कोई
स् र्ार्पत प्रिक्रया नहीं है ्जसकी अनुपाऱना आर.एन.आई की वार्षटक र्ववरिी प्रमाणित
करते समय ऱेखापरीऺकों द्वारा की जाती है
मूदि द्रत प्रनतयों की
संख या
ए बी सी के अनूसार
ऱेखापरीऺक शुलक
ए बी सी द्वारा सुझाए 100
अधिक शुलक के मद्देनजर
आर आर आई के वास् ते
ऱेखापरीऺ शुलक
25000 तक
25,001-75000
75,001-1,50,000
1,50,001-250000
250,001-350,000
3,50,000-4,50,000
4,50,000-5,50,000
5,50001-10,00,000
10,00001से अधिक
6,500
7,500
8,600
9,700
10,800
12,100
13,500
15,000
18,000
13,000
15000
17200
19,400
21,600
24,200
27,000
30,000
36,000
आर.एन.आई की ओर से ऱेखापरीऺा करने के भऱए सुझाए गए शुलक का स् तर ऐसे ही र्वशेष कायट को संपन् न करने के भऱए आई सी ए आई द्वारा सुझाए गए शुलक के स् तर
से काफी कम है
ग) प्रकाशक द्वारा ऱेखापरीऺकों द्वारा िकए गए व् यय की प्रनतपूनतट आक्स्मक/दबु
ऱेखापरीऺा करने के वास् ते ऱेखापरीऺकों की यात्रा, ठहरने तर्ा वास् तर्वक ूप से हुए
अन् य खचचों की प्रनतपूनतट ए बी सी द्वारा मूऱ लबऱों के आिार पर की जाती है इसके
अनतरर् त, भारतीय ररजवट बक। द्वारा की जाने वाऱी प्रनतपूनतट के मद्देनजर चार्र्ट अकाउंर्ेंर्
फमट को की जाने वाऱी प्रनतपूनतट ननम्नानुसार ह।:-
यात्रा व् यय
पार्टनर/सहाय क यात्रा की श्रेिी
पार्टनर प्रर्म श्रेिी वातानुकुभऱत रेऱवे, हवाई
यात्रा(इकोनॉमी ् ऱास) दलरा करने वाऱे
स् र्ान कुछ ययादा दरू हों अर्वा ए सी
र्ै् सी द्वारा यदि द रेऱ/हवाई मागट की सुर्विा
न हो
अहटता प्राप् त सहायक वातानुकुभऱत दि द्वतीय श्रेिी रेऱ भाडा अर्वा
नॉन ए सी र्ै् सी, यदि द मागट में रेऱ/हवाई
सेवा न हो
अहटता रदि हत सहायक वातानुकुभऱत दि द्वतीय श्रेिी रेऱ भाडा अर्वा
नॉन ए सी र्ै् सी, यदि द मागट में रेऱ/अर्वा
सेवा उपऱब् ि ना हो
आवास, रेऱवे स् र्ेशन/हवाई अड्र्ा आने जाने के भऱए दैननक यातायात व् यय तर्ा
कायाटऱय/प्रकाशक के प्रेस से होर्ऱ आनो जाने के भऱए पार्टनर को र्ै् सी का वास् तर्वक तर्ा
सहायक के मामऱे में ऑर्ो का िकराया दि दया जाएगा ब् यलरा ठहरने के दलरान प्रनतदि दन खाने तर्ा ठहरने के भऱए दी
जाने वाऱी कुऱ राभश
पार्टनर 5000 4000
अहटता सहायक 4000 3000
अहटता रदि हत सहायक 2500 2000
नोर्: ‘ए’ भसर्ी में मैट्ो भस र्ी एवं राय य की राजिानी ह।
75000 प्रनतयों तर्ा उससे अधिक प्रसार वाऱी प्रसार जांच की अपनी स् कीम के तहत
समाचापत्रों/आवधिकों की प्रसार जांच करने के भऱए आर.एन.आई कायाटऱय में पैनऱब् चार्टर्
अकाउंर्ेंर् फमट की सूधच 7500 प्रनतयों तर्ा व् यय अधिक प्रसार वाऱी प्रसार जांच की अपनी
स् कीम के तहत समाचारपत्रों/आवधिकों की प्रसार जांच करने के भऱए आर.एन.आई कायाटऱय के
सार् चार्टर् अकाउंर्ेंर् फमचों की सूची
7500 प्रनतयों तर्ा उससे अधिक प्रसार जांच की अपनी स् कीम के तहत समाचारपत्रों/आवधिकों
की प्रसार जांच करने के भऱए आर.एन.आई कायाटऱय के सार् पैनऱब् चार्टर् फमचों की सूची तत काऱ
भारत के समाचारपत्रों के पंजीयक का कायाटऱय
दि दनांक .……………………………
र्वषय: दि हंदी के प्रगामी प्रयोग से संबंधित .…………………………… को समाप् त नतमाही की ररपोर्ट के
संबंि में
दि हंदी के प्रगामी प्रयोग से संबंधित .…………………………… को समापत हुई नतमाही ररपोर्ट भेजने
हेतप्रुोफामाट नीचे दि दया गया है कृपया इसे र्वधिवत भरकर .…………………………… तक दि हंदी
अनभु ाग में अवश् य भभजवा दें
(र्ा0 मािुरी गप्ुत ा)
सहायक ननदेशक (रा.भा.)
सभी अनभु ाग अधिकारी/प्रमखु
प्राफामाट
(1) (क) राजभाषा अधिननयम 1963 की िारा 3(3) के अतं गतट कागजातों की कुऱ सखं या:
(ख) इनमें से के वऱ अंग्रेजी में जारी िकए गए कागजात:
नोर्: िारा 3(3) के अंतगटत सामान् य आदेश, ऻापन, संकल प, अधिसचू नाएं, ननयम, करार, संर्वदा, र्ेंर्र,
नोदि र्स, संसदीय ररपोर्ट, संसदीय प्रश् न आदि द शाभमऱ है
(2) दि हंदी में प्राप् त पत्रों की ्स्र्नत (राजभाषा ननयम-5)
(क) अनभु ागों में कायाटऱय प्नत मनै अु ऱ के अययाय-4 पैरा 12 के अनसु ार ननिाटररत र्ायरी
र्जस् र्र के अनसु ार दि हदं ी में प्राप्त कुऱ पत्र:
(ख) इनमें से िकतनी के अंग्रेजी में उत तर दि दए गए:
(3) अंग्रेजी में प्राप् त पत्रों के उत तर दि हंदी में दि दए जाने की ्स्र्नत (‘क’ ऺेत्र में ्स्र्त कायाटऱयों के
भऱए)4. अनभु ागों द्वारा भेजे गए कुऱ पत्रों का ब्य लरा:-
दि हंदी/दि द्वभाषी में केवऱ अंग्रेजी में भेजे गए पत्रों की कुऱ संखया दि हंदी/दि द्वभाषी में भेजे गए पत्रों का
प्रनतशत
_________________________________________________________________________________
‘क’ ऺेत्र को
‘ख’ ऺेत्र को
‘ग’ ऺेत्र को
________________________________________________________________________________
5. फाइऱों पर दि हंदी में कायट
(क) नतमाही के दलरान भऱखी गई दि र्प् पणियों की संखया ------------------
(ख) दि हंदी में भऱखी गई दि र्प् पणियों की संख या ------------------
(ग) अंग्रेजी में भऱखी गई दि र्प् पणियों की संख या ------------------
6. शीषटस् र् प्रशासननक बैठकें
(क) नतमाही के दलरान हुई प्रशासननक बठै कों की सखं या ------------------
(ख) ऐसी िकतनी बैठकों में वाताटऱाप/कारटवाई परूी तरह दि हंदी में की गई ------------------
अनभु ाग अधिकारी के हस्ताऺर ------------------
अनभु ाग का नाम ------------------
अंग्रजी में प्राप् त
पत्रों की संख या
उत तर दि दए गए
दि हंदी में अंग्रेजी में अपेक्षऺत नहीं र्े
1. 2. 3. 4.
‘क’ ऺेत्र से
‘ख’ ऺेत्र से

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